।। देव धाम की कृपा का अनुभव करें ।।

Temple

A spiritual hermitage in green valleys of the mountains where you can see millions of stars at night.

Live Darshan​

Our community is actively involved in the life of locals that require humanitarian support on a regular basis.

Donation

We appreciate your contribution to the donation programs and will happily accept any help we can get.

About

Walking your own path leads to discovering the truth, and that is what makes us free.

।। देवनारायण भगवान का जन्म ।।

देवनारायण भगवान का जन्म एक लोकप्रिय मांडलजी गुर्जर के परिवार में हुआ था। जिन्होंने मेवाड़ में भीलवाड़ा जिले के पास प्रसिद्ध मांडल झील की स्थापना की थी। मांडलजी, अजमेर के राजा बिसाल देव गुर्जर (विशाल देव चौहान) केे भाई थे, जिन्होंने ने संभवत: 8 वीं शताब्दी में अजमेर पर शासन किया था और साथ ही अरब घुसपैठ का सफलतापूर्वक प्रतिरोध किया और तोमर वंश के शासकों को दिल्ली पर नियंत्रण पाने में मदद की श्री देवनारायण जी का मूल स्थान वर्तमान में अजमेर के निकट नाग पहाड़ था। राजस्थान में प्रचलित लोक कथाओं के माध्यम से शौर्य पुरूष देवनारायण के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी मिलती है। देवनारायण की फड़ के अनुसार माण्डलजी के हरिरामजी गुर्जर, हरिरामजी के बाघजी और बाघजी के 24 पुत्र हुए जो बगड़ावत कहलाये। इन्हीं में से बड़े भाई राजा सवाई भोज गुर्जर और माता साडू गुर्जरी ( सेढू ) खटाणा के पुत्र के रूप में वि . सं . 968 ( 911 ई.) में माघ शुक्ला सप्तमी को आलौकिक पुरूष देवनारायण का जन्म मालासेरी में हुआ ।

पदाधिकारी - श्री देव नारायण मन्दिर ट्रस्ट जोधपुरिया

फूलचंद जी लांगडी

(अध्यक्ष)